-: The Last Message For My First Love :-
(Disclaimer : ये
कहानी मेरे (रत्नेश) द्वारा लिखी गयी पूरी
तरह से काल्पनिक है अगर किसी के वास्तविक जीवन के साथ मैच करती है तो ये सिर्फ एक
संयोग मात्र है, इस स्टोरी में लिखे गए नाम भी सिर्फ कल्पना का हिस्सा है.. यह
किसी के भी जीवन को आधार मानकर नहीं लिखी गयी है..)
“ तुम किश्मत में नहीं हो अरशो से पता है मुझको, फिर भी तुम्हे वर्षों से चाहते रहना ही इश्क है ! ”
Gudiya...! , मैंने सिर्फ तुमसे नहीं तुम्हारे नाम से भी मोहोब्बत की पर अफ़सोस
मैं हार गया मैं तुमसे इतनी मोहोब्बत करने के बाद भी तुम्हारे दिल में अपने लिए
जरा सा भी प्यार पैदा नहीं कर सका.. मन्नतों का धागा आज भी बांध के रखा है मैंने
पर लगता है दुआएं क़ुबूल नहीं हुईं.. हमारे प्यार को शनि की नहीं, रवि(भाष्कर) की
नजर लग गई...
पता तो मुझे भी था और है की तुम मेरी कभी नहीं हो सकती पर ख़ुशी इस
बात की है कि झूठ ही सही तुमने मेरे इजहार के बाद मेरा प्यार एक्सेप्ट कर लिया.. मैंने
बहुत डरते डरते तुम्हे प्रपोज किया था
मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत दिन था वो वो दिन, मैं शायद कभी भुला सकूँ..
मैंने तुमसे कभी भी ये नहीं कहा की तुम मुझसे रोज बात करो या मेरे
हर मैसेज का जवाब दो मैंने तुमसे बात करना चाहा तो पहले तुमको मैसेज किया फिर कॉल
किया.. मैंने तुम्हारे वक़्त की हमेशा रेस्पेक्ट की.. पर तुम्हे हमेशा भाव खाने की
आदत रही.. किसी ने कहा है “ हम जिससे हद से ज्यादा
प्यार करते हैं, उसके भाव बड जाते हैं..” मैंने हमेशा तुम्हारी
रेस्पेक्ट की और शायद इसीलिए मुझे इस तरह का मैसेज टाइप करना पड़ रहा है.. मैंने
देखा उन लोगो को जो कहीं जाने से पहले अपने प्यार से इजाजत लेते हैं और उनका प्यार
ताउम्र सलामत रहता है.. पर मुझे इन सब चीजों से हमेशा नफरत रही हर 10 मिनट बाद फ़ोन
करना और ये सारी बातें, मैंने तुमपर कभी भी हक़ जताने की कोशिश नहीं की.. क्युकी
मुझे फ्रीडम पसंद है!
वो जब तुम स्कूल छोड़ने के बाद पहली बार मुझे अपने
घर पर मिली थी बस तभी से तुमसे प्यार हो गया था मुझे, बस तुमको बताने में मैंने
बहुत देर कर दी.. न तुम मिली होती, न प्यार होता.. उसके बाद तुम मुझे बहुत बार
दिखी और प्यार बढ़ता गया मैंने तुमसे बेहिसाब प्यार कर लिया बस गलती ये हुई की
एकतरफा कर लिया , मैं चाह कर भी तुमसे कभी नफरत नहीं कर पाऊंगा..
मैंने तुम्हे प्रपोज करने से पहले और बाद में ये भी पूछा की तुमने
किसी और का प्यार एक्सेप्ट तो नहीं किया
है और तुमने मना कर दिया था और कहा था मैंने सिर्फ आपका प्यार एक्सेप्ट किया है,
और मैं नहीं चाहता हूँ की तुम्हे इस बात का कभी भी मलाल हो, पर मुझे इस बात की
ख़ुशी रहेगी की तुमने मेरा प्यार एक्सेप्ट किया था और इस बात का मलाल रहेगा की
मैंने तुमसे प्यार किया. जिसे न मेरी कदर थी न मेरे प्यार की..
तुमने मुझे जब भी मैसेज या कॉल किया किसी न किसी काम से किया कभी
प्यार से दो बातें करने के लिए फ़ोन ही नहीं किया.
तुम मुझसे एक छोटे से 239 के रिचार्ज के लिए के लिए नाराज हो गयी
या तुम्हे बहाना मिल गया पता नहीं पर तुम्हे ये जरूर पता था की मैं अभी पैसे नहीं
कमाता और मैं अपने पापा के दिए पैसे दोस्तों पर भी खर्च नहीं करता पर जिस दिन पैसे
मिलने लगे मुझे मैं खर्च करने को सोचूंगा नहीं..मैंने तुम्हे २० कॉल किया था उस दिन तुम्हारी दीदी से भी बात की थी
इसबारे में लेकिन तुम दोनों ने मुझे ब्लाक कर दिया तो जाके तुम्हारे उस नंबर पे सिर्फ कांफोर्म
करने के लिए काल किया था और तुम्हे तुम्हारे घर वालों ने कुछ कहा हो तो मैं क्या करूँ
तुम मेरा फ़ोन उठा लेती तो मैं कभी भी उसपर फ़ोन नहीं करता.. हालाँकि मैंने तुम्हे
१५० बार सॉरी बोला है.. तुमने उस दिन के बाद से एकदम बेरुखी अंदाज
दिखाया अपना.. पर मेरे लिए ये नया नहीं था तुम पहले भी मुझे नजरंदाज करती थी जबसे
तुम्हे ये पता चला था की मैं तुम्हे बेहिसाब पसंद करता हूँ.. लेकिन मुझे अब
तुम्हारे इस तरह के व्यवहार की बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी.. उस दिन के बाद तुमने
मुझे ब्लाक कर दिया मेरी २०० कॉल और १००० मैसेज का जवाब नहीं दिया.. पर कोई बात
नहीं.. मुझे ख़ुशी है की तुम्हारे पास मेरी बातों के जवाब नहीं है..
ये मेरा सबसे पसंदीदा कलर है और अगर “ तुम वास्तव में मुझसे
नफरत करने लगी हो तो तुम्हे मेरी पसंद की हर चीज से नफरत करनी चाहिए इसलिए ये जरूर
याद रखना की मैं तुम्हे बेहद पसंद करता हूँ...!! ”
pd ratnesh |
मेरा ये मैसेज लिखने का ये मतलब बिलकुल नहीं है की तुम अच्छी लड़की
नहीं हो बस मेरे दिल में में जो था मैंने वो लिखा तुम बहुत अच्छी लड़की हो मैं तुम्हारी
हमेशा रेस्पेक्ट करता रहूँगा तुम्हारी क्या मजबूरी है मुझे नहीं पता है क्यूँकि
तुमने मुझसे कभी खुलके बात नहीं की पर तुम्हे जब भी मेरी जरूरत मेहसूस हो कॉल करना
सिंगल रिंग में तुम्हारा कॉल रिसिब करूंगा
गुडिया...!, मैं भी शायद अच्छा लड़का हूँ या नहीं पता नहीं है मुझे,
पर तुम्हे इस बात का गुरूर जरूर रहेगा की कोई लड़का था जो तुमको दिल से प्यार करता
था, तुम किसी से प्यार करती हो या करती थी
पता नहीं है मुझे पर इतना जरूर कहूँगा की अब जिससे भी प्यार करना सिद्दत से करना
क्यूँकि मेरे जितना शायद तुम्हे कोई मनाने की कोशिश करेगा
मैं इस मैसेज के आखिर में अपना नाम लिखूंगा लेकिन तुम्हारा रत्नेश
नहीं लिखूंगा क्युकी अब
मैं तुम्हारा नहीं होना चाहता, पर हाँ मैं तुमसे बेंतेहा प्यार करता था, करता हूँ
और शायद हमेशा करता रहूँगा.. इसके बाद मैं तुम्हे मैसेज करना बंद कर दूंगा और शायद
कभी लौट के कॉल भी नहीं करूंगा पर अगर तुम्हे कभी भी ऐसा लगे की मैं तुम्हारी मदत
कर सकता हूँ चाहे कोई भी कंडीशन हो मुझसे पॉसिबल होगा तो मैं कभी भी मना नहीं
करूंगा । मेरा कांटेक्ट हमेशा यही रहेगा जो तुम्हारे पास है और सोशल मीडिया पर मैं
तुम्हे आसानी से मिल जाऊंगा तो जिंदगी के
किसी भी मोड़ पर मैसेज करना मैं रिप्लाई जरूर करूंगा......
गुडिया...!, मेरा हमेशा से यही मानना रहा है, की कोई भी हो मैं
उसके पीछे नहीं भाग पता है जिसने मुझे एक
दो बार इगनोर कर दिया न फिर मैंने उसे कभी पलट कर नहीं देखा इसीलिए मेरे काफी जानने
वालों से मेरा मिलना बोलना सब बंद हो गया और अब उनमें से तुम भी एक हो जाओगी पर
पता नहीं क्यूँ मैंने तुम्हे इतने दिनों तक बर्दास्त किया तुमने मुझे जितना नजर
अंदाज किया कसम से प्यार उतना ज्यादा हो गया पर हर चीज की कोई आखिरी हद तो होती ही
है
मेरा हमेशा से यही मानना था की कोई किसी
को बिना मतलब याद नहीं करता पर फिर भी मैंने तुमको बिना किसी काम के हमेशा याद
किया... तुम्हारे हर एक छोटे से मैसेज का रिप्लाई मैंने जरूर किया और तुमने मेरे
बड़े बड़े मैसेज को पढ़ा तक नहीं..
मैं तुम्हे बहुत प्यार से “ गुडिया ” बुलाया करता था अब से तुम मेरे जुबाँ से अपने लिए कभी गुडिया...!
नहीं सुनोगी और अगर तुम्हे कभी भी किसी ने गुडिया...! बोल दिया तो तुम्हे मेरी याद जरूर आयेगी.. मैं
तुम्हारे किसी दोस्त के बारे में नहीं जनता और जिनको जानता हूँ उनसे कभी तुम्हारे
बारे में कुछ शेयर नहीं करूँगा तो तुम भी
अपनी कहानी यही तक रखना की और अब किसी से हम दोनों के बारे में बात ही न करना..
पता है मेरे कई सारे दोस्त जो अमृतसर से
नहीं है अलग-अलग जिले से हैं पर मेरे सबसे
करीबी दोस्त हैं उन्होंने मुझसे कहा की लाओ मैं बात करता हूँ वो जरूर मान जाएगी
लेकिन मैंने ये सोच कर अपने सभी दोस्तों को मना कर दिया की जो मुझसे बात ही नहीं
करना चाहती उसके सामने तुम लोगो को क्या मैं बेइज्जत करूँ.. इसलिए मैंने तुम्हे कभी किसी और के नंबर से कभी
फ़ोन भी नहीं किया नहीं तो मैं अगर चाहता तो तुम्हे हर रोज नए नंबर से फ़ोन करता,
हाँ एक-दो बार किया है लेकिन वो मैंने खुद ही बात किया है तुमसे और उसके बाद मैंने
उनके फ़ोन से तुम्हारा नंबर भी डिलीट कर दिया है और ये कंडीशन तब आई जब मुझे तुमसे बात
करने की बहुत बेचैनी हो जाती थी... हालाँकि मेरे कोई दोस्त ऐसे नहीं है की वो किसी
को फ़ोन करते.. फिर भी मैंने कभी तुमको किसी और के माध्यम से कांटेक्ट नहीं किया.. मेरे दोस्त तुम्हे
इसलिए जानते हैं की मैंने उनसे तुम्हारे अलावां कभी किसी और का जिक्र ही नहीं किया
क्यूँकि कोई और था ही नहीं.. मेरे ये सारे दोस्त तुम्हे सिर्फ नाम से जानते हैं
क्यूँकि ये मेरे घर से बहुत दूर के है जो करीब के हैं उनको किसी को नहीं पता
तुम्हारे बारे में .. आज भी मेरे दोस्त मुझसे मेरे बारे में कुछ पूंछे या न पूछे
पर तुम्हारे बारे में जरूर पूछते हैं और मैं बस तुम भी ठीक हो यही कह कर बात टालने
लगा हूँ तुम्हारी... मेरा एक दोस्त है जिसको मेरी सारी बातें पता हैं क्यूँकि मैं कुछ भी करूँ उसको
बताता जरूर हूँ वो मेरा सबसे खास दोस्त है.. पर तुम्हारे इस बिहेवियर को मैंने
उससे छिपा रखा है उसको भी नहीं बताया..
पता है मैंने तुमको आज तक जो भी था सब सही
सही बताया मैं जो करता हूँ जो नहीं करता वो भी सब कुछ सही सही बताया पर तुमने बहुत
कुछ छुपाया मुझसे, मैं तुमसे बेहिसाब प्यार करता था लेकिन मेरे प्यार के तरीके में ये नहीं था की अब तुम वही करोगी
जो मैं चाहूँगा, मैं कभी भी तुमपर अपना प्यार थोपना नहीं चाहता था.. शायद इसीलिए
तुम्हे मेरा प्यार पसंद नहीं आया होगा... या क्या रीज़न रहा मुझे नहीं मालूम....?
गुडिया...!, मैं इस बार 8 जुलाई को तुम्हारा बर्थडे सबसे पहले
विश करना चाहता था रात 12:00 बजे तुम्हे फ़ोन करके और फिर तुम्हे मिलकर विश करना
चाहता था और तुम्हे स्पेशल पार्टी देना चाहता था लेकिन सब कुछ इन सबसे पहले ही
ख़त्म हो गया वैसे मेरा बर्थडे भी 2 जुलाई को है तुम्हारे बर्थडे से पहले लेकिन तुम्हे
मेरे बारे में कुछ पता नहीं होगा क्यूँकि तुमने मुझे कभी नोटिस ही नहीं किया या
फिर हमेशा मुझे नजरंदाज किया है.. लेकिन मैं अब ये सब कुछ नहीं करूँगा इसलिए
तुम्हे पहले ही विश कर दे रहा हूँ..
“ Wish You A
Happy Birthday Gudiya....! ”
गुडिया...! मैं चाहता हूँ की मैं जितने भी दिन तुमसे बात किया
मेरी वो बातें तुम्हारे सबसे सुनहरे दिनों में हों मैं अपना प्यार तुम्हारे लिए
अचानक से ख़त्म कर रहा हूँ क्यूँकि एक बहुत ही फेमस डायलोग है की “ अचानक से ख़त्म हुए प्यार की यादें
बहुत मीठी होती हैं ” मैंने तुम्हारी कुछ तस्वीरें मैंने सेव करके रखी हैं
बहुत खुबसूरत लगती हो इन तस्वीरों में तुम..
गुडिया...! ये तस्वीरें मेरे पास तुम्हारे साथ की कुछ खूबसूरत
यादों के तौर पे हमेशा जिन्दा रहेंगी तुम ये न सोंचना की इनका कोई मिसयूज होगा ये
तस्वीरें सिर्फ मेरे पास रहेंगी मैं इनको कभी भी किसी के साथ शेयर नहीं करूंगा
तुम्हे इसलिए भेज रहा हूँ क्यूँकि मैं बताना चाहता हूँ की ये मेरे पास तुम्हारी
आखिरी निशानी है.. तुम मेरी नजरों से अगर खुद को देखोगी तो दुनिया की सबसे हसीं
लड़की लगोगी.. मैं भले तुम्हे अब कभी फ़ोन नहीं करूंगा, मैसेज भी नहीं करूंगा, तुमसे
मिलने की भी कभी कोशिश भी नहीं करूंगा लेकिन तुम मेरे लिए हमेशा सबसे खूबसूरत
रहोगी...
“
बस
इतना सा असर होगा हमारी यादों का सनम,
की
तुम कभी कभी बिना किसी बात के
मुश्कुराओगी...!
दिलों का सौदा है, प्यार कारोबार थोड़ी है ,
अगर आप मुझसे जीत भी गए तो ये हमारी हार थोड़ी है...!
चुभ जाती हैं बातें कभी, तो कभी लहजे मार जाते
हैं;
जे जिंदगी है साहब यहाँ हम गैरों से ज्यादा, अपनों
से हार जाते हैं...!
देखा भी तुमने, और
नजरें भी फेर ली ,
मुझ बदनसीब आशिक का तुमने
दो बार क़त्ल किया...!
बहुत दूर जा चुके हो,
बहुत मुश्किल है अब तुम्हे पाना,
हो सके तो याद रखना, हो
सके तो याद आना...!
तुम्हारे बदल जाने का कोई गम नहीं
है मुझको,
मैं तो बस अपने यकीन पर शर्मिन्दा
हूँ...!
कभी जो मांगू मैं कोई मंहगा तोहफा तुमसे,
तो तुम ढेर सारा सनम वक़्त लेके आना...!
खाली न रहा कभी मेरी
आँखों का मकान ये,
जब इश्क निकला तो उदासी
ठहर गयी...!
परेशान है कुछ इसकदर तुम्हारी यादों से सनम,
की दिन में दिल नहीं लगता, और रात में आँख नहीं लगती...!
हम थे ठहरे हुए पानी पर
किसी चाँद के अक्स की तरह,
जिसको अच्छे भी लगे उसने भी
पत्थर फेंक...!
काश अजनबी ही रहते हम तुमसे उम्रभर,
बहुत तकलीफ़ दिया है तुमने मुझे अपना बनाकर...!
‘ मेरे महबूब इससे
पहले की हम दोनों बेवफ़ा हो जाये, तो क्यूँ न हम दोनों इक-दुसरे से जुदा हो जाएँ ,
तू भी हो गया है मोम से पत्थर , हम भी न जाने खुदा की कल को
क्या-से-क्या हो जाए...! ’
-गुलज़ार
(तुम्हे शायद मेरी नज्में पसंद नहीं है इसलिए गुलजार की
नज्में लिख रहा हूँ , वरना इससे कहीं बेहतर लिखा है मैंने तुमको अपनी शायरियों
में.)
मैंने बहुत गलतियाँ की तुम्हे पाने में और
उनमे से एक गलती ये भी थी की बिना पैसे कमाए तुम्हे प्रपोज कर दिया लेकिन अब जिससे
भी प्यार करूँगा पैसे कमाने के बाद प्यार का इजहार करूँगा.. तुमसे तो अब मैं फिर
से दोस्ती भी नहीं कर सकता क्यूँकि मेरी ही एक नज़्म है कि “फिर से दोस्ती नहीं होती, रत्नेश! दोस्त को मेहबूब
बनाने के बाद” मैं हमेशा से तुम्हारे लिए बेपरवाह रहा, और अब तुम्हे खो रहा हूँ..
मैं तुम्हे कभी खोना नहीं चाहता था लेकिन तुम्हे पा लेना मेरे हाथों में कहाँ है..
“ तुम्हे हासिल करना मेरी जिद नहीं थी, एक अधूरी ख्वाहिश थी
तुम्हारे साथ रहने की, तुमसे बात करने की...! ” कोई मुझसे पूछेगा अगर अब मेरी मोहोब्बत की
दास्तान तो बस इतना ही कहूँगा की “एक मुलाक़ात को तरस गए उससे, इश्क जिससे बेहिसाब किया था” तुम हमेशा से बहुत
समझदार रही हो.. मैं कितना लिखूंगा तुम्हे धीरे-धीरे मैं तुम्हे लिखते लिखते थक
जाऊंगा मेरे प्यार की ही तरह मेरे लिखने की भी आखिरी हद है..
गुडिया...! मैं तुम्हे कितना लिखूंगा, लिखने को तो
बहुत कुछ है मेरे पास पर कितना लिखूं तुम पढ़ोगी भी या नहीं मैं नहीं जानता...
गुडिया...! मेरा प्यार कोई ऐसा नहीं की मैं कुछ
पन्नो में लिख दूं मैं खुद अपने प्यार को
कभी लिख ही नहीं पाऊंगा और तुम मुझे कभी समझ नहीं पायी और न ही तुम क्या चाहती हो
ये मैं समझ पाया.. मैं अब आखिरी में इतना ही लिखूंगा की तुम जैसी भी रहना हमेशा
खुश रहना तुम हंसते हुए बहुत अच्छी लगती हो.. अगर मैंने कुछ ऐसा किया हो जो तुम्हे
अच्छा न लगा हो तो उसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ....!
मैं ईश्वर से प्राथना करूंगा की तुम हमेश खुश
रहो, तुम्हे जिंदगी में हर चीज हासिल हो..
( The Moral of this story is “ Men who respect Women are mostly single. ” , “
If you Ignored so many people for a single person then you assume
that you are single” )
PD RATNESH |
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